Thursday 14 December 2017

युवाओं को खोखला करता नशा :  निशा चुण्डावत

राजस्थान पत्रिका के अभियान गाढ़ी कमाई पर मटके का ग्रहण को लेकर कैरियर टीम नयी ज़िंदगी अभियान द्वारा नगर व ग्रामीण क्षेत्रों दोलपुराआँजनामदारिया मे लोगो को संवाद कररेली निकालमानव श्रंखला बना कर जागरूक करने का कार्य किया गया ॥ नयी ज़िंदगी अभियान की टीम ने अपने अभियान को जिस तरहा क्रियान्वित किया है उस से आज 5000 लोग जुड़ चुके है अभियान के मुख्य सदस्य महेश पालीवाल ओर टीम द्वारा काफी मेहनत की जा रही है 

टेली फिल्म बनी आकर्षण का केंद्र 

नयी ज़िंदगी टीम द्वारा नगर व ग्रामीण क्षेत्रों दोलपुरा, आँजना, मदारिया मे लोगो को जागरूक करने का कार्य किया गया जिसमे नशे से होने वाले दुष्परिणामों को निशा चुण्डावत ओर वंदना सेन द्वारा संवाद, गीत अभियान के माध्यम से मनोरंजक तरीके से प्रस्तुत किया। जिसमें शराब, तंबाकू, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट आदि से होने वाले शारीरिक, आर्थिक, सामाजिक पारिवारिक दुष्परिणामों को मार्मिक संवाद अभियान के माध्यम से दर्शाया।
रेली निकाल ओर मानव श्रंखला बनाकर किया जागरूक
प्रधानाचार्य नूतन प्रकाश जोशी के निर्देशन मे राजकीय आदर्श मदारिया विध्यालय मदारिया गाँव मे  रेली निकाल ओर मानव शृंखला बनाकर युवाओ को जागरूक किया गया लोगों को यह संदेश दिया जा रहा है कि पान बीड़ी सिगरेट, सटेबाजी, शराब, चरस, गांजा नशा हमारे लिए घातक है। हमारा राष्ट्र नशे के कारण बहुत पीछे जा रहा है। हम लोगों को पूरी तरह नशे से बचना है और अपने परिवार को निरोगी बनाना है।
कार्यक्रम मे प्रधानाचार्य ने बताया की नशे के प्रभाव से न केवल एक जीवन वरन सम्पूर्ण परिवार का विनाश हो जाता है। नशे के फैलाव से देशों का आर्थिक विकास पिछड़ रहा है एवं समाज में आपराधिक प्रवृतियां पनप रही हैं। नशे से लडऩे के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पारिवारिक एवं सामाजिक सामूहिक संकल्प की आवश्यकता है। सिर्फ सरकार या नशामुक्ति संस्थायें इसके लिए पर्याप्त नहीं हैं।
इस मौके पर व्याख्याता अशोक स्वर्णकार, नरेश सोलंकी, कृष्ण कान्त शर्मा, अनिल कुमार जेलिया, असलम खान, लीला जोशी, मधु जोशी, नरेश सोलंकी, महावीर सिंह चुण्डावत आदि मौजूद रहे।
नयी ज़िंदगी टीम ने युवाओ से किया संवाद
ग्राम आँजना के उच्च माध्यमिक विध्यालय मे युवा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे बताया  की लोग ये सोच कर नशा लेते हैं की नशा तनाव को दूर करता है ये गलत है एक युवा ने बताया की परिवार के व्यक्ति ,दोस्त एवं अपने आदर्श व्यक्ति को नशा करते देखते है तो हम भी सोचते है की इस से तनाव दूर होगा लेकिन ये गलत है हमे अपने आप को ओर लोगो को प्रेरित करना होगा प्रधानाचार्य मुकुट बिहारी शर्मा द्वारा अपने विचार व्यक्त किए गए ओर बताया की विद्यालय एवं परिवार में बच्चों एवं युवाओं के नशे के संकेत पहचानने वाले कार्यक्रमों का आयोजन एवं प्रशिक्षण होने चाहिए। जिस से हमारी आने वाली नस्ल इसके चपेट मे आने से बचे ओर नशा रोकने के लिए कारगर रणनीति राष्ट्रीय स्तर पर क्रियान्वित होनी चाहिए। इस मौके पर वेद प्रकाश जोशी एवं कई व्याख्ताओ ने विचार व्यक्त किए

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